सत्रीय परीक्षाएँ
सामान्य रूप से विद्यालय में चार सत्रीय परीक्षाएँ होती हैं।
1. अगस्त - यूनिट टेस्ट I
2. अक्टूबर - वि-अर्द्धवार्षिक परीक्षा
3. दिसम्बर - यूनिट टेस्ट II
4. मार्च - वार्षिक परीक्षा
माता-पिता, अभिभावकों से निवेदन है कि वे समय- समय पर भेजी गयी पढ़ाई सम्बन्धी रिर्पोट पर अवश्य ध्यान दें। परीक्षा रिर्पोट केवल दो सत्रीय परीक्षाओं के बाद भेजी जायेंगी। सम्पूर्ण वर्ष में किये गये कार्य के आधार पर कक्षा में प्रमोशन दिया जायेगा। केवल वार्षिक परीक्षा में पास होना पर्याप्त नहीं है।
माता-पिता, अभिभावक, प्रधानाचार्य को आदेश नहीं दे सकते हैं। प्रधानाचार्य ही अधिकृत रूप से यह कह सकता हैं कि किन नियमों के अनुसार विद्यार्थियों को विद्यालय में भर्ती करेंगी एवं उच्च कक्षा के लिए प्रोन्नति करेंगी।